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जाग उठा है हिन्दु ह्रदय में विश्व विजय विश्वास
करवट बदल रहा है देखो भारत का इतिहास

सदियों से विस्मृत गौरव का भारत माँ परिचय देगी
सौम्य शांत सुखदायी जननी नवयुग नवजीवन देगी
उस जीवन दर्शन से होगा मानव धर्म विकास
पश्चिम के असफल चिंतन का शनैः शनैः हो ह्रास... करवट बदल रहा है

ग्रीक मिटे यूनान मिट गये भरतभूमि है अविनाशी
आदि अनादी अनंत राष्ट्र है संस्कृति शुचिता अभिलाषी
भोगवाद के महल ढह रहे बदल रहा इतिहास
बुझl सके हिन्दुत्व सुधा ही अब वसुधा की प्यास... करवट बदल रहा है

सत्रह बार क्षमा अरिदल को ऐसी भूल न अब होगी
कोटि कोटि बाहोंवाली माँ ना अबला कहलाएगी
देश विघातक षडयंत्रो का निश्चित निकट विनाश
एक अखंडित भारत देगा अनुपम विमल प्रकाश
करवट बदल रहा है देखो भारत का इतिहास

संघवृक्ष शाखा उपशाखा दसों दिशा में फ़ैल रही
हिन्दुराष्ट्र की विजय पताका लहर लहर ललकार रही
केवल सत्ता से मत करना परिवर्तन की आस
जागृत जनता के केन्द्रों से होगा अमर समाज... करवट बदल रहा है

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