संघ की बात
सर्वे भवन्तु सुखिनः। सर्वे सन्तु निरामयाः
Join Our Whatsapp Channel
Shop Now
प्रार्थना
संघ गीत
मन्त्र
कवितायेँ
हमारे मंदिर
बोध कथा
सुभाषित
बौद्धिक
Mobile Wallpapers
संपर्क करें
युगो युगो से दुनिया चलती, जिसके दिव्य प्रकाश में
शत शत नमन भारत भूमि को
चरैवेति-चरैवेति, यही तो मंत्र है अपना
स्वयं अब जागकर हमको, जगाना देश है अपना
भारत माता तेरा आँचल गीत
गीत विजय के गाये जा
हमें वीर केशव मिले आप जब से
अगर हम नही देश के काम आए
निर्मल पावन भावना, सभी के सुख की कामना
मन समर्पित तन समर्पित
पूर्ण विजय संकल्प हमारा
एकता, स्वतंत्रता, समानता रहे
सत्य का आधार लेकर
श्रीरघुवर जी के अवधपुरी में
युग परिवर्तन की बेला में
जाग उठा है हिन्दु ह्रदय में विश्व विजय विश्वास
सूत्रपात नवयुग बेला का, संवाहक हम सभी बनें
संगठन गढ़े चलो, सुपंथ पर बढ़े चलो
जननी जन्मभूमि स्वर्ग से महान है
हम सेवक है मानवता के, सेवा धर्म हमारा है
जीवन में कुछ करना है तो
हिन्दु जगे तो विश्व जगेगा
भारत मेरो देश पुतरो, वेश की धन-धन भारती
निर्माणों के पावन युगमे हम चरित्र निर्माण न भूले
हिन्दू राष्ट्र का सुखद सुमंगल